कोविड स्वास्थ्य सहायकों की व्यथा

तीन माह के लिए विशेष रूप से नियुक्तियां देनी थीं

सिरोही। प्रदेश में राज्य सरकार ने कोरोना काल में मई,जून व जुलाई यानि तीन माह के लिए करीब पच्चीस हजार कोविड स्वास्थ्य सहायकों की भर्ती का आदेश निकाला था। 31 जुलाई को इनका कार्यकाल समाप्त होना था। मामला फुटबॉल की तरह विभागीय स्तर पर उछलता रहा। सिरोही की बात करें तो यह प्रक्रिया सत्रह जुलाई को पूर्ण हुई और दो तीन दिन अभ्यर्थियोंं के पुलिस वैरिफकेशन में खर्च हो गए। जबकि हकीकत यह है कि इस अस्थाई पद का कार्यकाल 31 जुलाई को पूर्ण हो रहा है। यानि पखवाड़े भर की नौकरी, फिर घर की ओर। इधर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. राजेश कुमार ने बताया कि जिले में करीब इस तरह की 622 पोस्ट है और सरकारी सर्कुलर के अनुरूप ही यह कार्य हुआ। तीन अलग अलग सर्कुलर आने से यह विलम्ब हुआ। पहले सर्कुलर में जीएनएम व बीएएसी नर्र्सिग को लगाने का था। दूसरे सर्कुलर में कैटेगरी वाइज आरक्षण के आदेश थे। तीसरे सर्कुलर में एएनएम को लगाने का था। 

स्वास्थ्य सेवाओं में सहयोग एवं खासकर कोरोना काल को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से लागू प्रदेश में 25 हजार कोविड स्वास्थ्य सहायकों की भर्ती व भर्ती प्रक्रिया शुरु की थीं।  कई जिलों में यह प्रक्रिया इसी माह ही पूरी हुई है। राजस्थान नर्सेज यूनियन जिलाध्यक्ष जीवतदान चारण ने  मुख्यमंत्री को इस आशय का ज्ञापन भेजकर कार्यकाल बढाने की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि प्रदेश में कोविड स्वास्थ्य सहायकों के रूप में राज्य सरकार की ओर से 25 हजार लोगों की भर्ती का आदेश निकाल इन्हें रोजगार मुहैया करवाने की  मंशा थी। अपरिहार्य कारणों व आदेशों के चलते यह प्रक्रिया पहले ही लंबित हो गई। मई, जून व जुलाई (करीब तीन माह) तक इन लोगों को रोजगार मिलना तय था। स्थिति यह हो गई कि प्रदेश के अधिकतर जिलों में भर्ती प्रक्रिया अब जाकर पूरी हुई है। सिरोही जिले में इसी माह 17 जुलाई को यह प्रक्रिया पूरी हुई। पात्र लोगों का पुलिस व अन्य सरकारी नियमों के अनुरूप आवश्यक सत्यापन कार्य भी करीब 20 जुलाई तक पूरा हुआ, इसके बाद ही उन्हें नियुक्ति मिल पाई। किंतु विड़ंबना यह रही कि इस नियुक्ति का समापन इसी माह 31 जुलाई को ही हो रहा है। ऐसे में हालत यह है कि अधिकतर सहायक 10 से 15 दिन तक सेवा दे पाएंगे। चारण ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आग्रह किया कि इन लोगों को 31 जुलाई को पूरा हो रहा कार्यकाल आवश्यकता अनुरूप बढ़ाया जाकर राहत पहुंचाई जाए। उन्होंने ज्ञापन में बताया कि कोरोना काल में हालातों के विकट होने का असर एवं मेनपॉवर की कमी सभी ने महसूस की है। इसके मद्देनजर एवं कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए नियुक्त कोविड स्वास्थ्य सहायकों की सेवा की अवधि 31 जुलाई से आवश्यकता अनुरूप बढ़ाई जाती है तो 25 हजार परिवारों को रोजगार मिलने के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सदृढ़ बनाने में सहयोग मिलेगा