सिरोही1 चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के जिला स्तरीय की मासिक समीक्षा बैठक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.राजेश कुमार की अध्यक्षता में स्वास्थ्य भवन के सभागार में आयोजित हुई। बैठक में सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार जिले में संचालित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी राष्ट्रीय कार्यक्रम, योजना व कोरोना संक्रमण के बचाव की अब तक स्थिति के बारे में जानकरी दी।

            सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने बैठक में जिले से एलएचवी व एएनएम को अपने सेक्टर में संचालित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी राष्ट्रीय कार्यक्रम, योजना व कोरोना संक्रमण के बचाव की अब तक की स्थिति के बारे में चिकित्साकर्मियों से वार्तालाप कर समीक्षा की साथ आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। उन्होंने बताया की गर्भवती महिला व बच्चों का टीकाकरण से वंचित नही रहे इसलिए आँगनवाडी केन्द्र व चिकित्सा संस्थान पर टीकाकरण समय पर करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया की जिले के सभी चिकित्साकर्मी अपने मुख्यालय पर रहे कर टीमभावना के साथ कार्य कर सरकार की योजनाओं के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा मरीजों को इसका लाभ दिलाने का प्रयास करें।
             सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने बैठक में  मिशन इंद्र धनुष-4 के बारे बताया कि जिले में 81 जगह पर 7 फरवरी, 2022 से कार्यक्रम संचालित होगा। रूटीन टीकाकरण से वंचित गर्भवती महिला व 0-2 साल के बच्चों का टीकाकरण आवश्यक रूप शत प्रतिशत करवाने के निर्देश दिये। जिले में टीबी मरीज के सैम्पल कम होने के कारण सेक्टर में टीबी मरीज के सैम्पल अधिक से अधिक लेने के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को निर्देश दिये। उन्होंने बैठक में बताया की सभी चिकित्सा संस्थान पर नियमानुसार मुख्यमंत्री निशुल्क दवाई योजना की दवाइयों उपलब्ध रखे साथ ओपीडी पर्ची समय पर ऑनलाइन करवाने के निर्देश दिये।
             सीएमएचओ डॉ.  राजेश कुमार ने जिले की चिकित्सा संस्थानों से स्वास्थ्य कर्मचारियों को बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान जिस लोगो की मृत्यु हुई थी उनको राज्य सरकार द्वारा मुआवजा दिया जा रहा हैं इनके डॉक्यूमेंट पूरे करे जिससे समय पर भुगतान किया जा सके।
             सीएमएचओ डॉ.  राजेश कुमार ने बैठक में बताया कि राष्ट्रीय कृमी मुक्ति कार्यक्रम का  मॉक-अप राउंड 1 फरवरी से 7 फरवरी तक जिले में संचालित हो रहा है। राष्ट्रीय कार्यक्रम को सभी कर्मचारी लगन व मन से कार्य करने के लिए निर्देश दिये। बैठक में उन्होंने बताया की माता एवं शिशु के बेहतर स्वास्थ्य हेतु पहले बच्चे मे 2 साल और दूसरे बच्चें मे 3 साल का अन्तराल रखने के लिए अंतराल साधनों को अपनाने की बात की। उन्होंने बताया की परिवार कल्याण के स्थाई व अस्थाई साधनों के बारे में अधिक से अधिक लोग को बताये साथ उपयोग में लाने के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने जिले के महिला स्वास्थ्य कमर्चारियों को परिवार कल्याण के साधन अपनाने वाले लाभार्थी को समय पर प्रोत्साहन राशि देने के आवश्यक निर्देश दिये।
              जिला प्रजजन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विवेक कुमार ने जिला स्तरीय बैठक में गर्भवती महिला की अनिवार्य 4 जाँच समय रहते करना आवश्यक व संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना साथ गर्भवती महिला व बच्चों का टीकाकरण शत प्रतिशत करना साथ पीसीटीएस सॉफ्टवेयर में समय पर एंट्री करवाने के सभी चिकित्साकर्मी को निर्देश दिये। बैठक के दौरान पीसीटीएस सॉफ्टवेयर के पेंडिंग कार्य को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिये। बैठक में  जिला कार्यक्रम प्रबन्धक नरेश कुमार, धनीराम झा डिस्टिक एपिडेमियोलॉजिस्ट, परिवार कल्याण यूनिट से अशोक कुमार, जिला आईईसी समन्वयक दिलावर खां के साथ जिले की एलएचवी, एएनएम, अन्य अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।