सिरोही, 28 अप्रेल । जिला कलक्टर डॅा. भंवरलाल ने कहा कि अक्षय तृतीय एवं पीपल पूर्णिमा जैसे अबूझ सावों के दौरान जिले में कही पर भी बाल विवाह नहीं हो इसके लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी मुस्तैदी रखी जाये । बाल विवाह की सूचना मिलते ही तत्काल कार्यवाही की जाये । जिला कलक्टर की ओर से अति. जिला कलक्टर कालूराम खौड के द्वारा वीसी के माध्यम से सभी ब्लॉक पर कार्यरत उपखण्ड अधिकारियों, ब्लॉक स्तरीय एवं जिला स्तरीय अधिकारियों  को बाल विवाह की रोकथाम हेतु राज्य सरकार द्वारा जारी आवश्यक निर्देश प्रदान किये गये । उन्हौनें कहा कि समाज को बाल विवाह के अभिशाप से मुक्त करना है यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है । सरकार द्वारा बाल विवाह की रोकथाम के लिए विभिन्न कानून बनाए गये है । इन कानूनों की अक्षरशः पालना करवाना हमारी जिम्मेदारी है । उन्होंने कहा कि कानूनी प्रावधानों के अनुसार बाल विवाह करना तथा इसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष भागीदारी निभाना अपराध है। ेएस करने वाले लोगों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई की जावे । बाल विवाह होने की स्थिति में अभिभावक, टेंट व्यवसायी, बैंड वादक, हलवाई, पंडित, हॉटल एवं भवन संचालक, प्रिन्टिंग प्रेस संचालक सहित इसमें भाग लेने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जायेगी । उन्होंने विभिन्न संस्थाओं, धर्मगुरूओं तथा आमजन का आह्वान किया कि बाल विवाह के विरूद्ध सघन चेतना जागृत करने में भागीदारी निभाएं । ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत सभी सरकारी कार्मिकों यथा ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी, अध्यापक, आंगनवाडी कार्यकर्ता, एएनएम, आशा सहयोगिनी आदि इस पर नजर रखें । स्कूलों में बाल विवाह के दुष्परिणाम के बारे में बताया जाए तथा बाल विवाह की जानकारी मिलने में उपखण्ड कार्यालय एवं जिला कार्यालय में स्थापित नियंत्रण कक्ष में सूचना दी जावें साथ ही टोल फ्री नम्बर 1098 पर भी तत्काल सूचना दी जाये । बैठक में सहायक निदेशक, बाल अधिकारिता विभाग के राजेन्द्रकुमार पुरोहित ने बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत बाल विवाह रोकथाम हेतु दण्डात्मक कार्यवाही एवं विभिन्न विभागों को दिये गये दायित्वों के बारे में जानकारी दी गयी ।  

       इस वीसी में जिला मुख्यालय पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमर सिंह चम्पावत,   मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी राजेश कुमार, उपनिदेशक कृषि संजय कुमार तनेजा, सहायक निदेशक राजेन्द्र पुरोहित, महिला अधिकारिता सहायक निदेशक अंकिता राज पुरोहित, मुख्य शिक्षा अधिकारी भवंर सिंह , नगर परिषद आयुक्त महेन्द्र चौधरी, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी अशौक कुमार,  संरक्षण अधिकारी कन्हैया लाल आदि उपस्थित हैं।